"डॉo सत्यवान सौरभ"
जहर आज भी पी रहा, बनता जो सुकरात ! कौन कहे है सत्य के, बदल गए हालात !! ✍ - डॉo सत्यवान सौरभ,
गुरुवार, 12 मार्च 2015
Sajani! i want to create with you , such a fuss! in your heart let yourself solution, as Gulal live !!
सजनी तेरे सँग रचूँ, ऐसा एक धमाल !
तुझमे खुद को घोल दूँ,जैसे रह गुलाल !!
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