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सोमवार, 24 अक्टूबर 2011

माँ वीणा की झंकार भर दो !

माँ वीणा वादिनी, मधुर स्वर दो !
हर  जिह्वा वैभवयुक्त कर  दो !!
मन  सारे स्नेहमय हो जाये,
जीवन में वो अमृत भर दो!!

माँ वीणा की झंकार भर दो !
दिल में नवल संचार कर दो !!
हर डाली खूश्बूमय हो जाये ,
ऐसे सब गुलज़ार कर दो !!

अंतस तम को दूर कर दो !
अंधियारे को नूर कर दो !!
मन से मन का हो मिलन,
भेद सारे चूर कर दो !!

गान कर माँ रागिनी का !
भान कर माँ वादिनी का !!
पूरी हो माँ सब कामनाएं,
दो सुर माँ रागिनी का !!
                   __डॉक्टर सत्यवान  वर्मा सौरभ

1 टिप्पणी:

  1. सुन्दर प्रस्तुति , बधाई.



    कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारने का कष्ट करें , आभारी होऊंगा .

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