"डॉo सत्यवान सौरभ"
जहर आज भी पी रहा, बनता जो सुकरात ! कौन कहे है सत्य के, बदल गए हालात !! ✍ - डॉo सत्यवान सौरभ,
गुरुवार, 18 नवंबर 2010
kavita
डॉ. सत्यवान वर्मा की रचनाये देश भर के अखबारों में सम्मान सहित प्रकाशित हो रही हैं . इस युवा कवी के दोहे पूरे भारत में पढ़े जा रहे हैं .
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