"डॉo सत्यवान सौरभ"
जहर आज भी पी रहा, बनता जो सुकरात ! कौन कहे है सत्य के, बदल गए हालात !! ✍ - डॉo सत्यवान सौरभ,
रविवार, 24 मई 2015
जीने को अब चाहिए,ऎसे तेरा प्यार ! जैसे पानी से जुड़ा,मछली का संसार !! --सत्यवान सौरभ
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