माँ ममता की खान है !
माँ दूजा भगवान है !!
माँ की महिमा अपरम्पार ,
माँ श्रेष्ठ और महान है !!!
माँ कविता, माँ है कहानी !
माँ है दोहों की जुबानी !!
माँ तो सिर्फ माँ ही है ,
ना हिन्दुस्तानी ,ना पाकिस्तानी !!!
मेरी पूजनीय माता जी श्रीमती कौशल्या देवी जी |
माँ है फूलों की बहार !
माँ है सुरीली सितार !!
माँ ताल है , माँ लय है ,
माँ है जीवन की झंकार !!!
माँ बेद है , माँ ही गीता !
माँ बिना ये जग रीता !!
माँ दुर्गा , माँ कौशल्या ,
माँ सरस्वती , माँ सीता !!!
माँ है तुलसी की चौपाई !
माँ है सावन की पुरवाई !!
माँ कबीर की वाणी में ,
माँ है कालजयी रुबाई !!!
माँ बगिया है, माँ कानन है !
माँ बसंत -सी मनभावन है !!
आखिर देवों ने भी माना ,
माँ शब्द बड़ा पावन है!!!
माँ प्रेम की प्रतिमूर्ति !
माँ श्रधा की आदिशक्ति !!
माँ ही हज ,माँ ही मदीना ,
माँ से बड़ी न कोई भक्ति !!!
माँ है सृष्टि का आगाज़ !
माँ है वीणा की आवाज़ !!
माँ है मंदिर , माँ मस्जिद ,
माँ प्रार्थना , माँ है नमाज़ !!!
माँ है गंगा- सी अनूप !
माँ धरती पे हरी धूब !!
माँ दुःख हरनी माँ कल्याणी,
अजब निराले माँ के रूप!!!
- डॉ सत्यवान वर्मा सौरभ ,
333 कविता निकेतन ,
गाँव - बडवा , जिला - भिवानी ,
हरियाणा - 127 045
मोबाइल-09466526148