माँ कविता है, गीत है, है ममता की खान !
इस धरती पे है वही,. एक रूप भगवान!!
ममता मानो चल बसी, लज्जित माँ की जात !
बीच झाड़ियों जब मिला , एक शिशु नवजात !!
इस धरती पे है वही,. एक रूप भगवान!!
ममता मानो चल बसी, लज्जित माँ की जात !
बीच झाड़ियों जब मिला , एक शिशु नवजात !!